आपका साथ होना सही में बडी बात थी सर ...... 15/9/15

आपका साथ होना सही में बडी बात थी सर ...... 15/9/15

होता अंधेरा किसी पल तो सुरज बन आप उजाला करा देते |
होता कोई गुमसुम तो बन चेतना आप मोड उसे  निराला देते |
 
बनते किस्से हर रोज वही और आप हलके से सुलझाते रहते |
चलते रहना बस काम एक हमारा आप सभी को बतलाते रहते |
 
होती बात नयी या पुरानी बन हल उसका आप आगे बढ जाते |
लेकर सिख आपसे हम भी कर कोशिश अंत तक लढ जाते |
 
था आसान तरीका आसान बाते और कठोर सा थोडा आवाज |
होता था उसी से ही जीत का डंके की चोट पे बडा सा आगाज  |
 
अब नया सवेरा, नया मुकाम और नयी नयी सी ये ढलती रात |
नया मंजर, नजारा नया और समझे कैसे हम नासमझ की बात |
 
नही कल्पना बिना आपके, जान लो जब तक साई रखे सलामत |
हो बडेमिया आप रहो साथ यू ही, यही हमारी सही हुई है अमानत |
 
                                            -- सचिन गाडेकर

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